सत्यानंद यादव
कोण्डागांव बस्तर के माटी समाचार, 23 अक्टूबर आईसीएआर-राष्ट्रीय कृषि कीट अनुसंधान संसाधन ब्यूरो (एनबीएआईआर), बैंगलूरू में 26 आईटीबीपी जवानों के लिए मेलीपोनीकल्चर (डंक रहित मधुमक्खी पालन) पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। यह कार्यक्रम 22 से 25 अक्टूबर तक आयोजित हो रहा है। एनबीएआईआर के निदेशक डॉ. एसएन सुशील की अध्यक्षता में और कोर्स परियोजना निदेशक डॉ. अमला उदयकुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक (कीट विज्ञान) के नेतृत्व में इस प्रशिक्षण को संचालित किया जा रहा है।
इस प्रशिक्षण में कोण्डागांव और क्षेत्रीय मुख्यालय भुवनेश्वर से जुड़े आईटीबीपी जवानों को डंक रहित मधुमक्खी पालन की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण का संचालन डॉ. अमला और उनकी टीम द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के उद्घाटन में सेवानिवृत्त प्रिंसिपल वैज्ञानिक डॉ. टीएम शिवार्लिंगास्वामी ने इस प्रशिक्षण के महत्व और इसके संभावित लाभों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डॉ. के सुबाहरन और डॉ. टी प्रभुलिंगा भी उपस्थित रहे।
भारत सरकार के कृषि एवं गृह मंत्रालय द्वारा मधुमक्खी पालन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर हनी बी कीपिंग कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिससे आम जनता इस छोटे उद्योग से जुड़ सके। इसी के तहत आईटीबीपी के आईजी अशोक कुमार नेगी और उप महानिरीक्षक राणा युद्धवीर सिंह की पहल पर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम बल जवानों के लिए आयोजित किए जाते रहेंगे।