अमलीपदर _मार्च के महीने में भीषण गर्मी और लगातार बिजली कटौती ने स्कूली छात्रों और अभिभावकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इस समय वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, लेकिन बार-बार बिजली जाने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। अभिभावकों ने बिजली विभाग से मानवीय रुख अपनाने और परीक्षा के दौरान बिजली कटौती पर रोक लगाने की अपील की है।
बिजली कटौती से पढ़ाई बाधित
मार्च के महीने में स्कूलों की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं। छात्र पूरी मेहनत से परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन बिजली कटौती के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दिन में तेज गर्मी के कारण बिना पंखे और कूलर के बैठकर पढ़ाई करना मुश्किल हो रहा है। इसके अलावा, कई छात्र ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करते हैं, जो बिजली न होने की स्थिति में पूरी तरह बाधित हो जाती है।
बकाया बिल के कारण काटे जा रहे कनेक्शन

स्थानीय निवासियों ने बताया कि बिजली विभाग द्वारा बकाया बिल का भुगतान न होने पर कनेक्शन काटा जा रहा है। अभिभावकों का कहना है कि उन्होंने बिजली विभाग से अनुरोध किया कि परीक्षा समाप्त होने तक कनेक्शन न काटा जाए, लेकिन विभाग ने इस अपील को अनसुना कर दिया। कुछ अभिभावकों ने यह भी कहा कि वे बकाया राशि का कुछ हिस्सा जमा करने को तैयार हैं, लेकिन इसके बावजूद बिजली काटी जा रही है।
बिजली विभाग से मानवीय रुख अपनाने की अपील
अभिभावकों के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्य श्रीमती लोकेश्वरी नेताम ने भी बिजली विभाग से मानवीय रुख अपनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यदि बिजली कटौती पर अस्थायी रोक लगा दी जाए तो बच्चों को परीक्षा की तैयारी में राहत मिलेगी। अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा के दौरान बिजली कटौती के कारण बच्चों के पूरे साल की मेहनत पर पानी फिर सकता है।
छात्रों ने स्थायी समाधान की मांग की
छात्रों ने भी प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लगातार बिजली कटौती से उनकी पढ़ाई बाधित हो रही है और इससे मानसिक तनाव भी बढ़ रहा है। यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इसका सीधा असर उनके परीक्षा परिणामों पर पड़ेगा।
स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग से अभिभावकों और छात्रों ने मांग की है कि परीक्षा समाप्त होने तक बिजली कटौती पर रोक लगाई जाए, ताकि छात्र बिना किसी व्यवधान के अपनी परीक्षा की तैयारी पूरी कर सकें।