भोपालपटनम!गत दिनों इंद्रावती टाईगर रिजर्व (बफर) के मद्देड वन परिक्षेत्र अंतर्गत रूद्रारम एवं कोनागुडा के जंगलों में बड़े पैमाने पर बांसो की अवैध कटाई का मामला बेहद गंभीर है इन जंगलों में लगभग पांच हजार बांसो की अवैध कटाई होती रही लेकिन इंद्रावती टाईगर रिजर्व (बफर) क्षेत्र में पदस्थ बीट गार्ड से लेकर वन परिक्षेत्र अधिकारी तक को इसकी भनक भी नहीं लगी हो यह विचारणीय प्रश्न है। लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए बांसो की अवैध कटाई किसने औऱ क्यों की यह जाँच का विषय है किन्तु इस मामले में इंद्रावती टाईगर रिजर्व मद्देड वन परिक्षेत्र में पदस्थ बीट गार्ड से लेकर वन परिक्षेत्र अधिकारी को सर्वप्रथम दोषी मानते हुए निलंबित किया जाना चाहिए। उक्त बाते जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही।
जिला पंचायत सदस्य ताटी का मानना है कि इंद्रावती टाईगर रिजर्व मद्देड वन परिक्षेत्र के रुद्रारम एवं कोनागुडा के जंगलों में कई दिनों तक बांसो की अवैध कटाई का कार्य चलता रहा किन्तु वहां तैनात बीट गार्ड से लेकर वन परिक्षेत्र अधिकारी तक के वन अमले को इसकी भनक तक न लगी हो ऐसा कतई संभव नहीं हो सकता। ताटी ने कहा कि बड़े पैमाने पर हुए बांसो की अवैध कटाई के इस पूरे मामले में सर्वप्रथम मद्देड वन परिक्षेत्र क्षेत्र (बफर) में पदस्थ अधिकारी कर्मचारीयों को दोषी मानते हुए इनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जानी चाहिए ताटी ने यह भी कहा की वर्ष 2021 से बांसो की कटाई पर प्रतिबन्ध लगा होने के बावजूद भी बड़े पैमाने पर हुए बांसो की अवैध कटाई का यह मामला उजागर हुए लगभग एक सप्ताह बीतने के बाद भी बफर क्षेत्र में पदस्थ दोषियों के खिलाफ अब तक किसी प्रकार की कोई कार्यवाही न किया जाना कई संदेहो को जन्म देता है ताटी का मानना है कि इतने लंबे समय तक बड़े तादात में चले बांसो कि अवैध कटाई का कार्य सरकार के संरक्षण के बिना संभव ही नही हो सकता।
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