राजु तोले
सुकमा बस्तर के माटी समाचार -हमेशा ग्रामीणों के सुखदुःख में अग्रणी भूमिका में रहने वाली बस्तर क्षितिज सामाजिक सेवा समिति के सदस्यों ने जिले के विकासखंड छिंदगढ़ के ग्राम पंचायत चितलनार में आई भीषण बाढ़ से प्रभावितों के बीच पहुंचकर जरूरत की सामग्री बाँटी। विदित हो की विगत दिनों सुकमा जिले में नदी नाले उफान पर थे व जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ आ गई थी चितलनार के ग्रामीणों ने बताया की 1917 में बाढ़ आई थी और इस वर्ष 107 वर्षो के बाद पुनः इस गाँव के लोगों ने इस त्रासदी को झेला हैँ
ग्रामीणों के साथ घर घर जाकर देखी समस्या
बस्तर क्षितिज सामाजिक सेवा समिति की संस्थापिका एवं सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी ने अपने समिति के सचिव गौरव राठौर व सदस्य संजय भदौरिया एवं भानू भदौरिया व अन्य ग्रामीणों के साथ बाढ़ पीड़ितों के घरों में जाकर देखा की किस प्रकार कुदरत के कहर से गरीबों का आशियाना उजड़ गया हैँ व आज वो सभी बेघर हो गए हैँ। दीपिका ने कहा की अचानक आई बाढ़ से इन गरीबों का आशियाना उजड़ गया हैँ जिससे वो बेहद परेशान हैँ मै ईश्वर से प्रार्थना करती हूं की वो इन्हे इस परेशानी को सहने की शक्ति प्रदान करें, हमारी समिति इनके साथ हैँ और हम इनका हर सम्भव मदद करेंगे।
कपड़े,चटाई, कंबल एवं बर्तन किया वितरण
बस्तर क्षितिज सामाजिक सेवा समिति की संस्थापिका ने अपने हाथों से बाढ़ पीड़ितों को साड़ियां, कंबल, चटाई एवं प्रतिदिन उपयोग में आने वाले बर्तन आदि का वितरण किया,साथ हो दीपिका ने उन्हें भरोसा दिलाया की किसी भी समस्या हम उनके साथ हमेशा कंधा से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।
समाज सेवा के इस कार्य की ग्रामीण कर रहे हैं सराहना
बस्तर क्षितिज समाजिक सेवा समिति के इस सेवा कार्य की ग्रामीणों के द्वारा बेहद सराहना की जा रही हैँ चितलनार के ग्रामीण सुकू, डोळे आदि लोगों ने कहाँ की हमारे गाँव में आई इस बाढ़ के बाढ़ जिस प्रकार से समाजिक समितियों ने हमारी मदद की हैँ वो बेहद सराहनीय हैँ आज जिस प्रकार बस्तर समाजिक सेवा समिति के सदस्यों ने आकर जरूरत की सामग्री दी व हमारा हौसला बढ़ाया हैँ वह बेहद सराहनीय हैँ हम लोगों ने इस समिति के बारे में सुना था आज इमके कार्य को देखकर प्रेरणा मिलती हैँ की मुसीबत में फंसे लोगों की सेवा हो वास्तविक मानव सेवा हैँ
जिला प्रशासन से की अपील
अधिवक्ता दीपिका शोरी ने प्रशासन से अपील करते हुए कहा की इस ग्राम में ग्रामीण बेहद परेशानियों का सामना कर रहे हैँ सबसे बड़ी समस्या जिनके घर गिर गए हैँ उन्हें रहने को घर नहीँ हैँ इसलिए जल्द से जल्द इन सभी पीड़ितों को प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान स्वीकृत करवाकर उनकी समस्या को दूर करें
पंचायत भवन एवं शाला भवन में रह रहे हैँ प्रभावित ग्रामीण
विदित हो की बाढ़ में पूर्ण रूप से गिर चुके घर के मुखिया आरावती, सोमारी, फूलसिंग,मुक्का, हुर्रा, लच्छे, हिरमा, लखमें अपने परिवार के 25 सदस्यों के साथ पंचायत भवन एवं शाला भवन में ही आश्रय लेकर रह रहे हैँ उनकी मुख्य आवश्यकता आज रहने हेतु आवास की है ।