चबूतरा चोरी का अनोखा मामला, ग्राम पंचायत में गहराया घोटाले का संदेह
इंदा गांव (मैनपुर)। मैनपुर ब्लॉक अंतर्गत इंदा गांव ग्राम पंचायत में इन दिनों एक अजीबोगरीब घटना ने पूरे क्षेत्र में हया तौबा मचा दी है। मामला एक चबूतरे की कथित चोरी का है, जिसे लेकर ग्रामवासी खासे हैरान और नाराज हैं।

ग्राम के मंगल सिंह सॉरी के घर के पास बरगद पेड़ के नीचे एक चबूतरा बनाने के लिए 2023 मै पंचायत फंड से लगभग ₹1 लाख की निकासी की गई थी। यह आरोप गांव के ही 32 वर्षीय युवक सुरेश दांता ने लगाया है। सुरेश का कहना है कि वर्ष 2023 में पंचायत फंड से चबूतरा निर्माण के नाम पर विजय ट्रेडर्स को ₹45,000, पंचायत के कंप्यूटर ऑपरेटर दामोदर नागेश को ₹48,000 और पूजा निषाद को ₹8,000 का भुगतान किया गया था। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मौके पर चबूतरे का कोई नामोनिशान तक नहीं है।

सुरेश ने इस मामले की शिकायत 28 फरवरी 2025 को जिला कलेक्टर से की थी, जिसके बाद मामला तूल पकड़ने लगा है। आज जिला स्तरीय जांच दल गांव का दौरा कर इस कथित चबूतरा घोटाले की जांच करने पहुंच रहा है। सुरेश का कहना है कि इस चबूतरा घोटाले के साथ-साथ गांव में और भी वित्तीय अनियमितताएं हुई हैं, जिनका खुलासा जल्द ही किया जाएगा।

गांव के कई निवासियों का मानना है कि पंचायत फंड की इस तरह की हेराफेरी से गांव के विकास कार्यों पर सीधा असर पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के भ्रष्टाचार के चलते गांव का वास्तविक विकास संभव नहीं हो पा रहा है। क्षेत्र में ऐसा भी और पंचायत है जहां दो-दो डीप फ्रीजर खरीदा गया है । कहीं पर कागज कलम में ही बोर खुद दिया गया है कहीं पर सड़क कागज और कलम में ही बना है । अस्थाई पुल , क्योंकि वह अस्थाई होता है इसलिए बना ही नहीं । पंचायत भवन में 170000 का आरोप फिल्टर से लेकर 40000 का कलर तक लगाने का मामला भी देखने को मिलता है । इसी तरह का कई सारे घोटाला हमारे क्षेत्र के कई पंचायत में देखने को मिलता है, जो हमारे इस न्यूज़ चैनल में एक-एक कर खुलासा किया जाएगा ।
सरकार एक ओर ग्रामीण विकास की बात करती है, लेकिन जब विकास कार्यों के लिए स्वीकृत फंड का इस तरह से दुरुपयोग हो रहा है, तो क्या सही मायने में देश का विकास संभव हो पाएगा? क्या इस तरह की लापरवाही और भ्रष्टाचार के सहारे भारत ‘विश्व गुरु’ बनने का सपना पूरा कर सकेगा?
इस पूरे मामले ने क्षेत्र के अन्य पंचायतों में हो रहे कथित भ्रष्टाचार की ओर भी लोगों का ध्यान खींचा है। अब देखना यह होगा कि जांच दल की रिपोर्ट के बाद दोषियों पर क्या कार्रवाई होती है और क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाता है या नहीं।