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क्या आप भी दे रहे हैं अपने बच्चों को बेबी फूड ? तो हो जाइए शर्तक !

बेबी फूड में शुगर की अधिक मात्रा का खुलासा, भारतीय माता-पिता हुए चिंतित

सौजन्य _राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी

भारत में बच्चों के लिए सबसे अधिक बिकने वाले बेबी फूड ब्रांड्स को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि नेस्ले कंपनी के लोकप्रिय बेबी फूड प्रोडक्ट्स में शुगर की अत्यधिक मात्रा पाई जा रही है, जो शिशुओं के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।

भारत में ज्यादा शुगर, यूरोप में शुगर फ्री

रिपोर्ट के अनुसार, नेस्ले कंपनी के सेरेलेक जैसे बेबी फूड प्रोडक्ट्स में भारत में प्रति 15 ग्राम पर 3 ग्राम शुगर की मात्रा पाई गई है। वहीं, इंग्लैंड, जर्मनी और स्विट्जरलैंड जैसे विकसित देशों में बेबी फूड में शुगर की मात्रा शून्य है। इसका अर्थ यह है कि भारतीय बाजार में बेचे जा रहे उत्पादों में जानबूझकर अतिरिक्त शुगर मिलाई जा रही है, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नवजात शिशुओं और छोटे बच्चों को अधिक मात्रा में शुगर देना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इससे बच्चों में मोटापा, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने, दांतों की समस्या और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, शिशुओं के आहार में अतिरिक्त शुगर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

नेस्ले का बचाव

नेस्ले इंडिया के प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर सफाई देते हुए कहा है कि कंपनी ने पिछले 5 वर्षों में अपने बेबी फूड प्रोडक्ट्स में शुगर की मात्रा को 30% तक कम किया है। प्रवक्ता के अनुसार, कंपनी इस मुद्दे पर और सुधार लाने के लिए अपने प्रोडक्ट्स के इंग्रेडिएंट्स का अध्ययन कर रही है। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि नेस्ले बच्चों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती है और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है।

दोहरा मापदंड क्यों?

नेस्ले के इस रवैये ने माता-पिता के बीच चिंता बढ़ा दी है। सवाल उठ रहा है कि यदि यूरोप और अमेरिका के बच्चों के लिए शुगर फ्री बेबी फूड बनाया जा रहा है, तो भारत, एशिया, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका में शुगर युक्त उत्पाद क्यों बेचे जा रहे हैं? इस मामले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी तूल पकड़ लिया है।

सरकार से कार्रवाई की मांग

इस खुलासे के बाद उपभोक्ता संगठनों ने सरकार से इस मामले की जांच करने और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं किया जा सकता। सरकार को जल्द से जल्द शुगर युक्त बेबी फूड के उत्पादन और बिक्री पर सख्त नियम लागू करने की आवश्यकता है।

(नोट: यह रिपोर्ट शिशु स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर चिंताओं को उजागर करती है। माता-पिता को बच्चों के आहार को लेकर सतर्क रहने की आवश्यकता है।)

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