संवाददाता _राजीव लोचन, बस्तर के माटी (BKM)
देवभोग (गरियाबंद)। ग्राम पंचायत डूमरबाहाल के आश्रित ग्राम मानकी गुड़ा में बन रहे आंगनबाड़ी भवन के निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। करीब 14 लाख रुपये की लागत से बनाए जा रहे इस भवन की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में मानकों की जमकर अनदेखी की जा रही है, जिससे आंगनबाड़ी भवन की मजबूती और स्थायित्व पर संदेह गहराता जा रहा है।
कमजोर निर्माण का सबूत: पिलर हाथ से उखड़ा
एक स्थानीय निवासी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि जब उसने थोड़ा सा जोर लगाकर एक पिलर को खींचा तो वह आसानी से बाहर निकल गया। इससे निर्माण कार्य की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें निर्माण कार्य में भारी खामियों का खुलासा हुआ है।

बिना लोहे के जाल के डाले जा रहे पिलर
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, भवन निर्माण के दौरान लोहे के जाल के बिना ही कंक्रीट के पिलर खड़े किए जा रहे हैं। आमतौर पर भवन निर्माण में लोहे के जाल का उपयोग मजबूती के लिए किया जाता है, लेकिन इस मामले में सीधे बिना किसी सपोर्ट के खंभे डाले जा रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भवन का एक पिलर सीधी रेखा से करीब चार फीट आगे निकला हुआ है, जो निर्माण कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर स्पष्ट इशारा करता है।
निर्माण कार्य में अनियमितताओं पर ठेकेदार और अधिकारी की भूमिका संदेहास्पद

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य की देखरेख करने वाले ठेकेदार और इंजीनियर की भूमिका भी संदिग्ध है। निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच करने के बजाय, अधिकारियों की मिलीभगत से घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर इस निर्माण कार्य की जल्द से जल्द जांच नहीं हुई, तो भविष्य में आंगनबाड़ी भवन के गिरने का खतरा बना रहेगा, जिससे बच्चों की जान को खतरा हो सकता है।


भ्रष्टाचार पर सरकार की उदासीनता पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने की बात करती है, लेकिन जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार पर कोई अंकुश नहीं है। निर्माण कार्य में हो रही अनियमितताओं पर अब तक न तो कोई अधिकारी जांच के लिए पहुंचा है और न ही किसी एजेंसी ने संज्ञान लिया है।
ग्रामीणों की मांग – गुणवत्ता सुधार के साथ दोषियों पर कार्रवाई हो
ग्रामीणों ने मांग की है कि आंगनबाड़ी भवन के निर्माण कार्य की उच्च स्तरीय जांच हो और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, निर्माण कार्य में इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता की जांच कर भवन को फिर से मानकों के अनुसार बनाया जाए, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

“मानकी गुड़ा में भ्रष्टाचार की पोल खुली, ग्रामीण ने हाथ से उखाड़ा निर्माणाधीन पिलर”
आगे क्या इस खबर से शुध लेकर सरकार बाकी निर्माणाधीन सरकारी कार्य पर कुछ कड़े निर्णय लेती है या हमेशा की तरह महात्मा गांधी का तीन बंदर वाला बात को मानते हुए ना कुछ कहेंगे या ना कुछ सुनेंगे या कुछ देखेंगे ही नहीं ।
बड़ा सवाल _क्या ऐसे ही हमारा देश बन पाएगा सुपर पावर ?
