घनश्याम यादव
बीजापुर/ भैरमगढ़ बस्तर के माटी समाचार। जिले में शैक्षणिक गुणवत्ता और आदिवासी बच्चों को शिक्षा से जोड़ने आवासीय विद्यालय पोर्टा केबिन की स्थापना की गई पर शिक्षा क्षेत्र से जुड़े धन पशुओं के चलते सरकार की जन जातियों को मुख्यधारा से जोड़ने की मुहिम पर बट्टा लगाया जा रहा है। जिसकी सर्व आदिवासी समाज निंदा करता है।
सर्व आदिवासी समाज के भैरमगढ़ ब्लाक अध्यक्ष सीताराम मांझी ने प्रेस नोट जारी कर कहा है कि झाड़ीगुट्टा निवासी छात्र बृजेश कुडियम पिता भुनेश्वर जो की माटवाड़ा स्थित पोर्टा केबिन का कक्षा पहली का छात्र है पैदल चलते हुए नैमेड पहुंच गया।
जहां अबोध बालक को भटकता देख थाना नैमेड में उसे रखा गया था। आवासीय विद्यालय प्रशासन की घोर लापरवाही का ही परिणाम है कि मासूम बालक 25 किमी से ज्यादा दूर पैदल चला गया था। यह मार्ग नेशनल हाईवे होने के कारण छोटे बड़े वाहनों की आवाजाही लगी रहती है तथा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऐसे लापरवाह पोर्टा केबिन प्रशासन पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
आदिवासी समाज के नेता ने कहा कि राजनीतिक प्रभाव से पोर्टा केबिन के अधिक्षिकीय पदों में संलग्न हुए शिक्षक छात्रों के प्रति जवाबदेही और जिम्मेदारी से उलट अपने आका की भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं। आवासीय शैक्षणिक केंद्रों को राजनीतिक उद्देश्यों का केंद्र न बनाएं अन्यथा सर्व आदिवासी समाज शैक्षणिक मुद्दो को लेकर ब्लाक और जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय का घेराव के लिए मजबूर होगा।