सत्यानंद यादव
कोंडागांव बस्तर के माटी समाचार, 17 दिसम्बर 2024/ राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के प्रयास लगातार जारी हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे ही आत्मनिर्भरता की मिसाल हैं केशकाल विकासखंड के बहीगांव की श्रीमती अनिता नायक। जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर स्थित बहिगांव की रहने वाली अनिता ने शासन की योजनाओं का लाभ उठाकर अपने जीवन को नई दिशा दी है। पहले उनका परिवार मजदूरी और कृषि कार्य पर निर्भर था। आय का स्रोत सीमित होने के कारण बच्चों की शिक्षा, घर का खर्च और अन्य जरूरतों को पूरा करना कठिन था। घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्हें साहूकार से अधिक ब्याज पर ऋण लेना पड़ता था, जिससे परिवार की आय पर अधिक भार पड़ता था। लेकिन बिहान योजना से जुड़ने के बाद अनिता ने न केवल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार किया, बल्कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी बन गईं।
गंगा जमुना स्व-सहायता समूह से सशक्तिकरण की शुरुआत
बहिगांव की महिलाओं को संगठित कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के उद्देश्य से 28 जून 2013 को ‘गंगा जमुना स्व-सहायता समूह’ का गठन किया गया। अनिता नायक इस समूह से शुरुआत से ही जुड़ी हुई थीं। उन्होंने अन्य महिलाओं के साथ मिलकर छोटे-छोटे आजीविका कार्य शुरू किए। हालांकि उनके जीवन में बड़ा बदलाव तब आया जब 2018 में वे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ीं।
अनिता ने बताया कि उनके कई सपने थे, लेकिन उन तक पहुंचने का कोई रास्ता नजर नहीं आता था। बिहान से जुड़ने के बाद उनके सपनों को साकार करने का रास्ता मिल गया। बिहान के अधिकारियों की सहायता से अनिता को बैंक से दो लाख रुपये का ऋण मिला, जिससे उन्होंने कपड़े की एक छोटी दुकान शुरू की। आज उनकी दुकान में सभी प्रकार के कपड़े मिलते हैं।
बहुआयामी आय से अनिता को मिल रहा आर्थिक लाभ
कपड़ों की दुकान के साथ-साथ अनिता सब्जी उत्पादन और पशुपालन भी करती हैं। सब्जी उत्पादन से उन्हें 1.20 लाख रुपये की आय हुई है। अनिता पशुपालन भी कर रही है और दुग्ध उत्पादन से उन्हें लगभग 02 हजार रुपये की अतिरिक्त आय प्राप्त हुई है। इसके अलावा, राज्य सरकार की महतारी वंदना योजना के तहत उन्हें हर महीने 1,000 रुपये का आर्थिक लाभ मिल रहा है। अनिता की कुल मासिक आय अब 10,000 रुपये तक पहुंच गई है, और उनकी वार्षिक आय 1.20 लाख रुपये से अधिक है। इस व्यवसाय से अब तक अनिता ने लगभग 10 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया है।
महिला सशक्तिकरण की ओर कोंडागांव
अनिता नायक की सफलता बिहान योजना के लक्ष्यों को साकार करती है। यह केवल एक महिला की आर्थिक सशक्तिकरण की कहानी नहीं है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव का प्रतीक भी है। पहले मजदूरी और कृषि पर निर्भर अनिता ने अपनी मेहनत और संकल्प से अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को न केवल मजबूत किया, बल्कि वे अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा भी बन गईं।
अनिता की यह कामयबी केन्द्र एवं राज्य शासन की योजनाओं का परिणाम है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत बिहान जैसी योजनाएं ग्रामीण महिलाओं को संगठित कर स्व-सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान कर रही है। इन योजनाओं के तहत महिलाओं को न केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि उन्हें व्यावसायिक प्रशिक्षण, बाजार तक पहुंच और आत्मनिर्भर बनने के लिए जरूरी संसाधन भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
शासन की योजनाओं से न केवल अनिता नायक की कामयाबी की नई राह पर आगे बढ़ रही है बल्कि जिले के ऐसे कई महिलाओं के जीवन में सुखद बदलावा आया है। अनिता नायक ने शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें जनकल्याणकारी याजनाओं का उठाकर उनका परिवार आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सशक्त होकर जीवन-यापन कर रही हैं।