राजु तोले
सुकमा बस्तर के माटी समाचार 23 अगस्त 2024/ दक्षिण भारत से लगे होने के कारण छत्तीसगढ़ प्रदेश के सुकमा जिले की जलवायु आम के लिए बहुत ही अनुकूल मानी जाती है। सुकमा जिले के विकासखण्ड कोन्टा के कई किसानों ने आम वृक्ष लगाकर सफलता हासिल किया है। जिला प्रशासन के पहल से जिले के किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने की दिशा में काम किया जा रहा है। सामुदायिक उद्यान से वृक्षारोपण को तेजी से महत्व दिया जा रहा है। जिला प्रशासन द्वारा नीति आयोग के सहयोग से कोंटा ब्लॉक के अंदरूनी क्षेत्रों में सामूहिक रूप से आम के फसल को करवाने का फैसला लेते हुए जगह का चिन्हांकन कर इस वर्ष सफलतापूर्वक पौधारोपण करवाया गया है। ये कहानी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर कोन्टा ब्लाक में एक शिक्षक श्री एम परमेश्वर सिंह की है, जिन्हें प्रकृति से बहुत प्रेम है उन्हें फलदार पौधा लगाना बहुत पसन्द है। जिसके कारण उन्हें वनप्रेमी शिक्षक के नाम से जाना जाता है। ऐसे तो शिक्षक सिंह अपने जीवन में कई उद्यान निर्माण कर चुके हैं। उनका मानना है कि कोंटा ब्लाक मुख्य रूप से आम की खेती के लिए यहाँ की जलवायु के अनुरूप उपयुक्त माना जाता है यहाँ की मिटटी में आम की उपज में बहुत ही अच्छा परिणाम मिल रहा है। शिक्षक सिंह कहते हैं कि हमें फलदार पौधों का रोपण करके पर्यावरण को आक्सीजन हेतु संतुलित करने के साथ-साथ हमें लिए फलाहार भी प्राप्त होगा। जिससे किसानों को निश्चित रूप से आय में वृद्धि होगी साथ ही व्यवसायिक कृषि बढ़ेगा। उनका कहाना है कि शासन चाहे तो कोन्टा ब्लाक को आम का हब (घर) बनाया जा सकता है जिसकी क्षमता पूरे छत्तीसगढ़ को आम की मांग को पूर्ति कर सकता है।
कलेक्टर हरिस. एस ने कहा कि दूरस्थ वंनाचल ग्रामीणों को आत्मनिर्भर बनने की दिशा में लोग तेजी से आगे बढ़ने के साथ ही उनके अजीविका को आगे बढ़ाना है। उन्होंने समूह को प्राथमिकता देकर आधुनिक तरीके से फलोद्यान कराया गया है। किसानों को पारंपरिक कृषि के साथ ही फलोद्यान की दिशा में काम करने को कहा, ताकि किसान आर्थिक रुप से ज्यादा सक्षम हो सकेंगे।
कलेक्टर हरिस. एस के निर्देशन में कोंटा ब्लॉक के ग्राम करिगुण्डम ग्राम पंचायत एलमागुण्डा, ग्राम बुर्कापाल ग्राम पंचायत ताड़मेटला, ग्राम मुकरम एवं ग्राम गोरगुण्डा का चयन कर चारों जगहों में क्रमशः 22 एकड़, 8 एकड़, 20 एकड़ एवं 10 एकड़ कुल 60 एकड़ हर जगह में 5 से 7 किसानों को सामूहिक लाभ दिलाने के उद्देशों से फेन्सिंग (तार), 10 नलकूप खनन, ड्रिप स्थापना सहित साफ-सफाई एवं तीन वर्ष के 8 से 10 फिट के बैगनपल्ली ग्राफ्टेड़ पौधों के साथ ही आम, नींबू और नारियल के पौधों का रोपण कराया गया है।
शिक्षक एवं वनप्रेमी एम. परमेश्वर सिंह कहते हैं कि पहले आम आन्ध्रप्रदेश से आयात करते थे, कोंटा ब्लॉक में किसानों ने आम की फसल करने से वर्तमान में हमें हमने ही जिले की मीठे-ताजा और रसीले आम की फल आसानी से मिल जाते हैं। वे कहते हैं कि पौधारोपण करने से अंदरूनी क्षेत्रों में किसानों को पारंपरिक कृषि के साथ ही फलोद्यान की ओर लोगों को ध्यानाकर्षण करना है। जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है। इस प्रकार अभी वर्तमान में जितने पेड़ लगाए गए हैं इतने में पूरे जिले को आम खिला सकते हैं। आम रोपण हेतु सबसे अच्छा वातावरण कोंटा ब्लाक का है, यहां आकांक्षी ब्लाक द्वारा अपनी सेवा भी प्रदान किया जा रहा है ऐसे में यहां क्षेत्र में अनुकूल व्यवस्थों को बढ़ावा देते हुए जिला प्रशासन का यह पहल सराहनीय कदम है। शिक्षक एवं वनप्रेमी सिंह ने बताया कि इस प्लांटेशन को सफल बनाने में एपीओ जिला पंचायत कैलाश कश्यप और पीपीआईए फेलो सौरभ कुमार का पौधारोपण करवाने में विशेष सहयोग समय-समय पर मिलता रहा है।
शिक्षक एम. परमेश्वर सिंह ने वृक्षारोपण से प्रकृति प्रेम को किया प्रदर्शित
आकांक्षी ब्लॉक कोंटा में फलोद्यान को बढ़ावा देने हो रही सार्थक पहल
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