राजू तोले
सुकमा बस्तर के माटी समाचार , 04 सितंबर 2024/ जिले में राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित न्यौता भोजन कार्यक्रम का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में संपूर्णता अभियान के तहत् आकांक्षी जिला अंतर्गत संचालित 34 स्कूलों में न्यौता भोजन कराया गया। न्यौता भोजन कार्यक्रम के तहत बच्चों को खीर, पूड़ी व अन्य व्यंजन परोसे गए। कार्यक्रम भारत सरकार नीति आयोग के साथ राज्य शासन की भी अति महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों में से एक है। जिसके तहत् सामुदायिक आधार पर अतिथि भोजन का प्रावधान किया गया है। इस पहल पर आयोजित अतिथि भोजन में जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ राज्य में शासन द्वारा इसे न्योता भोजन के नाम से लागू किया गया है। न्योता भोजन की अवधारणा एक सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। समुदाय के सदस्य ऐसे अवसरों एवं त्यौहारों पर अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदान कर सकते हैं।
न्यौता भोज पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं। यह शाला और स्थानीय समुदाय के मध्य आपसी तालमेल के विकास में सहायक होगा। वहीं पूरक पोषण के माध्यम से न्योता भोजन बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को और मजबूत करने में मदद करेगा।