सदानंद बैरोजी
बीजापुर/ भोपालपटनम बस्तर के माटी समाचार जिला मुख्यालय बीजापुर जिले में सिस्टम की रिश्वत वायरल आडियो, फोन पे स्क्रीन शार्ट वायरल हो रहे हैं जिससे सरकार और प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं कांग्रेस की सरकार में जिन प्रधान पाठक तथा व्याख्याता शिक्षकों पर मेहरबान थी जो प्रदेश में भाजपा सरकार उन व्याख्याता प्रधान पाठकों को यथावत रखा । उदाहरण के तौर पर भोपालपटनम ब्लॉक की मद्देड़ में संचालित बालिका आश्रम अधीक्षिका शशिकला मट्टी प्रधान अध्यापक जो लगभग 15 वर्षों से पदस्थ हैं और जब उन्हें आश्रम अधीक्षक पद से हटा कर मूल संस्था में भेजा गया तो 12 दिन बाद भी प्रभार सौंपने के बजाय पुनः राजनीतिक सांठ गांठ में जुटी हुई हैं ताकि वापस अधिक्षिका पद पर बनी रहें।बीजापुर जिला नक्सल प्रभावित जिला होने के कारण शैक्षणिक व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में सरकार और प्रशासनिक अमला जुटी हुई हैं ऐसे में कुछ रसूखदार ऊंची पहुंच वाले शिक्षक अपनी पोस्टिंग मनचाहे आश्रम में पदस्थापना करवा कर सालों से अपनी जिम्मेदारी से बचते हुए मौज कर रहे हैं। प्रदेश में भाजपा सरकार आने के बाद भी अब भी राजनीतिक सांठ गांठ कर कुर्सी बचाने की जुगत में दिन-रात लगे हैं बीजापुर जिले में कुछ ऐसे भी बच्चे हैं जो विषय वार विद्वान शिक्षकों से वंचित हो रहे हैं कारण यही है कि अभी व्याख्याता सर और मैडम अधीक्षकीय कार्य में सालों से जमे हुए हैं जिसका खामियाजा बीजापुर जिले के आदिवासी बच्चों को भुगतना पड़ रहा है ।
इस संबंध में मंडल संयोजक भोपालपटनम से फोन पर संपर्क कर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सहायक आयुक्त सर से पूछा तो उन्होंने बताया कि इस आदेश को निरस्त किया जाएगा।
अब सवाल यह उठता है कि आखिर आदिवासी विकास विभाग द्वारा जारी स्थानांतरण आदेश की अवहेलना करने वाली अधिक्षिका को अधिकारी क्यों वापस बनाए रखना विभाग की मजबूरी बन गई है,समझ से परे है।
सरकार बदली पर अधीक्षक नहीं बदले, लगभग 15 वर्षों से जमे अधीक्षक कर रहे मौज। स्थानांतरण आदेश भी नहीं मान रहे।
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