राजू तोले
सुकमा बस्तर के माटी समाचार, 25 नवंबर 2024/ समूह अग्रिम पंक्ति फसल प्रदर्शन आईसीएआर सस्थान और राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के केवीके के वैज्ञानिकों की गहन निगरानी में आयोजित किए जाते हैं। तिलहन पर समूह अग्रिम पक्ति फसल प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों और खेती की स्थितियों के तहत् किसानों के खेतों में नई जारी फसल उत्पादन और सुरक्षा प्रोद्योगिकियों और इसके प्रबंधन तकनीक का प्रदर्शन करना है। इसी तारतम्य में उपरोक्त कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र, सुकमा (मुरतोण्डा) के वैज्ञानिको ने सुकमा से भेलवापाल, मुल्लागुडा, मुस्तोण्डा, गादीरास, केरलापाल, सोनाकुकानार, कोठीगुडा। छिन्दगढ विकासखण्ड से पुजारीपाल, कांजीपानी, धोबनपाल, पुसपाल, चिपुरपाल, रोकेल तथा कोन्टा विकासखण्ड से मिसमा ग्रामपंचायत में सरसों की उन्नत खेती विषय पर एक-एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
साथ ही तिलहन समूह अंतर्गत सरसों की डी.आर.एम.आर. -150-35 किस्म के साथ-साथ जैविक खाद जैसे पी. एसबी कल्चर एवं एजोस्पर्लियम कल्चर का वितरण केंद्र के समूह अग्रिम पंक्ति फसल प्रदर्शन प्रभारी राजेन्द्र प्रसाद कश्यप, कीट वैज्ञानिक डॉ योगेश कुमार सिदार, चिराग परियोजना के एस. आर. एफ यामलेशवर भोयर व ज्योतिष कुमार पोटला एवं कृषि विभाग से नरेश कुमार साहू (वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी छिन्दगढ़) दुर्याेधन सलाम ग्रा.कृ. वि. अधिकारी छिन्दगढ़ एवं एम. कुमार ठाकुर (ग्राकृ वि. अधिकारी छिन्दगढ़) द्वारा किया गया। कुल 175 किसानों द्वारा 200 एकड में सरसों फसल पर समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का कार्यक्रम लिया जा रहा है एवं विकासखण्ड कोन्टा में पहली बार सरसों फसल पर प्रदर्शन का किस्म दिया जा रहा है।