राजु तोले
सुकमा बस्तर के माटी समाचार 18 जुलाई 2024/ कलेक्टर हरिस.एस के मार्गदर्शन में जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन ने बीते दिन कोंटा ब्लॉक के अतिसंवेदनशील क्षेत्र सिलगेर में नियद नेल्लानार योजनांतर्गत चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत सिलगेर में जागरूकता कार्यक्रम,आयुष्मान कार्ड पंजीयन,हेल्थ चेकअप कैम्प का भी जायजा लेकर ग्रामीणों को प्राथमिकता के साथ लाभान्वित किये जाने कहा। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करने सहित ग्राम पंचायत में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक निखिल राखेचा, यूनिसेफ और स्वास्थ्य विभाग सहित जिला पंचायत के अधिकारी एवं विभिन्न विभागों के मैदानी अमले मौजूद थे।
ज्ञातव्य है कि चार दशकों से माओवाद हिंसा की मार झेल रहे सुकमा में नियद नेल्लानार योजनान्तर्गत ग्रामीणों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ने हेतु साम्यभूमि फाउंडेशन द्वारा जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ़ के सहयोग के एक दिवसीय शिविर एवं सामान्य स्वस्थ्य जाँच का आयोजन किया गया। शिविर में नियद नेल्ला नार योजना के अंतर्गत विकास कार्यों हेतु चयनित ग्राम सिलगेर में स्वास्थय, महिला बाल विकास, एवं खाद्य विभाग के अंतर्गत संचालित सभी योजनाओं का लाभ ग्रामवासियों को दिया गया।
इस मौके पर शिविर में यूनिसेफ दिल्ली से सामाजिक सुरक्षा निति की चीफ ह्यून ही बेन, इमरजेंसी स्पेशलिस्ट सरबजीत सिंह सहोता, छत्तीसगढ़ राज्य सामाजिक सुरक्षा विशेषज्ञ बाल पारितोष दाश एवं इमरजेंसी ऑफिसर विशाल वासवानी द्वारा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से लोगों को जोड़ने हेतु जिला प्रशासन द्वारा आयोजित किये जा रहे शिविरों की जानकारी ली गयी। विगत दो माह से जिले के पहुंचविहीन इलाकों में कलेक्टर एस. हरिस द्वारा आधार शिविर का आयोजन किया गया एवं इससे हज़ारों लोग लाभान्वित हुए हैं। दिल्ली की टीम द्वारा जिला प्रशाशन के द्वारा आयोजित शिविरों की सराहना की गयी।
इस दौरान जिला पंचायत सीईओ नम्रता जैन द्वारा ग्राम पंचायत में निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा लिया गया एवं शिविर में आये महिलाओं एवं बच्चों से शासन द्वारा मिलने वाले योजनाओं की जानकारी ली गयी। इस दौरान शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया, एचडीएफसी प्रबंधक संतोष पात्रे,आदर्श कुमार एवं स्वास्थ्य विभाग तथा साम्य भूमि फाउंडेशन के मैदानी कार्यकर्ता उपस्थित थे।