जयप्रकाश ठाकुर
दंतेवाड़ा बस्तर के माटी समाचार। मोदी की गारंटी पूरा कर नियमितीकरण एवं अपनी सेवा के शासकीयकरण करने की मांग को लेकर दंतेवाड़ा जिले के समस्त सचिव 9 वें दिन भी हड़ताल पर बैठे रहे। अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत 17 मार्च को राजधानी में प्रदेश व्यापी धरना प्रदर्शन के बाद से शुरू हुई है। इसके बाद ब्लॉक व जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन का सिलसिला जारी है।

इस मौके पर पंचायत सचिव संघ के जिलाध्यक्ष भरत हपका ने बताया कि सरकार बनने से पहले मोदी की गारंटी में 100 दिन के भीतर पंचायत सचिवों के शासकीयकरण व नियमितीकरण की बात शामिल होने का दावा किया गया था। सरकार बनने के बाद 7 जुलाई को सचिव दिवस कार्यक्रम में भी मुख्यमंत्री ने 100 दिन में नियमितीकरण वाली मोदी की गारंटी दोहराई थी। इसके लिए कमेटी गठित कर 30 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने और इसके आधार पर तत्काल नियमितीकरण करना का भरोसा मुख्यमंत्री ने दिलाया था, लेकिन 100 की जगह 300 दिन बीतने पर भी नियमितीकरण तो दूर, कमेटी की रिपोर्ट तक पेश नहीं हो सकी है। सरकार में आने के डेढ़ साल बीतने के बावजूद यह वादा नहीं निभाया गया। पूर्व जिलाध्यक्ष पीलू डेगल ने कहा कि सरकार ने पूर्व सरकारों की तरह इस बार भी सचिवों के साथ धोखा किया है। इस बार सचिव किसी झांसे में आने वाले नहीं हैं। मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
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